जिस प्रकार पूरी दुनिया को केवल ब्लैक और व्हाइट में नहीं देखा जा सकता है, ठीक उसी तरह म्यूचुअल फंड केवल इक्विटी या डेट से जुड़े नहीं होते हैं. दुनिया में कुछ चीजों का रंग ग्रे भी होता है. इसी तरह म्यूचुअल फंड्स में आपको कुछ हाइब्रिड विकल्प मिल जाते हैं. इनमें इक्विटी और डेट दोनों शामिल होते हैं. इसके अलावा सोना, रियल एस्टेट इत्यादि के कॉम्बिनेशन वाले फंड भी होते हैं. ये हाइब्रिड म्यूचुअल फंड्स जिस तरह से यूनिक सुनने में लगता है, ऐसे ही ये फंड अनूठे होते हैं और इस तरह के फंड में निवेश से आपको हर तरह के फंड के सबसे अच्छे बेनिफिट्स का फायदा मिल सकता है.
क्या आप जानना चाहते हैं कि हाइब्रिड फंड क्या है? तो यहां पढ़िए!
हाइब्रिड फंड्स के जरिए आप एकसाथ कई तरह के बेनिफिट्स का लाभ उठा सकता हैं. इसमें दो या उससे ज्यादा एसेट क्लास शामिल होते हैं- जैसे कि इक्विटी और डेट. इस कॉम्बिनेशन से आपको बेहतर डाइवर्सिफिकेशन का फायदा मिलता है और इससे एक सिक्योरिटी में निवेश से जुड़ा जोखिम भी कम हो जाता है.
अगर आप अपने पोर्टफोलियो में हाइब्रिड फंड को शामिल करना चाहते हैं तो आइए सेबी के अनुसार जानते हैं कि आपके पास कौन-कौन से विकल्प मौजूद हैं:
हाइब्रिड फंड्स म्यूचुअल फंड में निवेश के एक अनूठे तरीके का इस्तेमाल करते हैं. इनेक फंड मैनेजर्स फंड के लक्ष्य के साथ-साथ बाजार की परिस्थितियों के हिसाब से इक्विटी में अलग-अलग अनुपात में निवेश करते हैं. इस तरह के फंड्स का मुख्य लक्ष्य पूंजी में वृद्धि के साथ-साथ पूंजी को बचाना भी होता है. ऐसे में आप थोड़े-बहुत जोखिम की उम्मीद कर सकते हैं.
हाइब्रिड फंड्स पर कितना टैक्स लगेगा, यह उनके प्रकार पर निर्भर करता है. इक्विटी-ओरिएंटेड हाइब्रिड फंड्स पर इक्विटी म्यूचुअल फंड्स की तरह टैक्स लगता है. दूसरी ओर, डेट-ओरिएंटेड हाइब्रिड फंड्स पर डेट म्यूचुअल फंड्स की तरह टैक्स लगता है.
अगर कोई हाइब्रिड फंड अपने एसेट्स का कम-से-कम 65% इक्विटी और इक्विटी से संबंधित सिक्योरिटीज में इंवेस्ट करता है तो उसे इक्विटी-ओरिएंटेड हाइब्रिड फंड कहा जाता है. अगर कम-से-कम 60% एसेट्स का निवेश डेट सिक्योरिटीज में किया जाता है तो इसे डेट-ओरिएंटेड हाइब्रिड फंड कहा जाता है.
इक्विटी बनाम डेट फंड्स से जुड़ी चर्चा के बीच हाइब्रिड म्यूचुअल फंड एक बीच का रास्ता हो सकता है. अगर आप निवेश के जोखिम और रिटर्न के बीच संतुलन कायम करना चाहते हैं एवं अपेक्षाकृत कम जोखिम वाले फंड्स से लेकर विशुद्घ रूप से इक्विटी तक के विकल्पों को चुनना चाहते हैं तो हाइब्रिड फंड्स में निवेश कर सकते हैं. इसके साथ-ही-साथ इस तरह के फंड्स मध्यम अवधि के लक्ष्यों के लिहाज से उपयुक्त होते हैं.
हाइब्रिड म्यूचुअल फंड्स कई तरह के सिक्योरिटीज में निवेश की सुविधा देता है जिससे डाइवर्सिफिकेशन के साथ-साथ जोखिम कम करने में मदद मिलती है. अगर आप अपने पोर्टफोलियो में डेट और इक्विटी के मिश्रण को देखना चाहते हैं तो ये आपके लिए आदर्श साबित हो सकते हैं. हालांकि, विभिन्न हाइब्रिड फंड्स विभिन्न स्तर के जोखिम का सामना करते हैं. ऐसे में आपको सावधानीपूर्वक मूल्यांकन के बाद उपयुक्त फंड चुनना चाहिए.
निवेशकों को जागरूक करने की एडलवाइज म्यूचुअल फंड की पहल.
सभी म्यूचुअल फंड निवेशकों को एक बार केवाईसी प्रोसेस को पूरा करना होता है. निवेशकों को केवल रजिस्टर्ड म्यूचुअल फंड (आरएमएफ) के साथ डील करनी चाहिए. केवाईसी, आरएमएफ से जुड़ी अधिक जानकारी और किसी भी तरह की शिकायत दर्ज कराने का प्रोसेस जानने के लिए विजिट करेंः
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म्यूचुअल फंड निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. कृपया निवेश करने से पहले सभी दस्तावेजों को ध्यान से पढ़ें.
MUTUAL FUND INVESTMENTS ARE SUBJECT TO MARKET RISKS, READ ALL SCHEME RELATED DOCUMENTS CAREFULLY.